चैम्पियन ट्राॅफी: अब भारत के सामने कहीं नहीं टिकता पाक

भारत और पाक के आपस में कैसे भी रिश्तें हैं लेकिन जब बात क्रिकेट मैच की जाती है तो दोनों देशों की करोड़ों जनता टेलीविजन के सामने से नजर नहीं हटाती है। कई दशक बीत चुके हैं। कई दौर बदल चुके हैं। दिग्गज खिलाड़ी आते-जाते रहे हैं लेकिन इन दोनों देश के मैच का रोमांच आज भी पहली जैसा है। देशभक्ति, कट्टरपंथी, दबाव, गुस्सा, प्यार, दुआ और श्राप सब एक मैच में सिमट जाता है। हालांकि अब भारत, पाकिस्तान से आईसीसी रेकिंग के साथ बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में कहीं आगे है और मुकाबला भारत के पक्ष में देखा जा रहा है लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ मैच होने पर प्रत्येक खिलाड़ी पर स्वयं एक दबाव आ जाता है।
भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट की शुरूआत 16 अक्टूबर 1952 से हुई थी जब पाकिस्तान ने टेस्ट सीरीज़ के लिए भारत का दौरा किया था। वो सीरीज़ भारत ने 2-1 से जीती थी लेकिन उस सीरीज से दोनों देशों के लिए क्रिकेट एक अहम बन गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक 59 टेस्ट, 128 वनडे और 8 टी-20 क्रिकेट मैच खेले जा चुके हैं। टेस्ट में पाकिस्तान ने 12 और भारत ने 9 मैच जीते हैं। वनडे में पाकिस्तान ने 72 मैच और भारत ने 50 मैच जीते हैं, जबकि टी-20 में पाकिस्तान ने 1 और भारत ने 5 मैच जीते हैं। आंकड़े भले ही पाक के पक्ष में जाते हो लेकिन मौजूदा कुछ सालों में भारत ने पाकिस्तान को कई बार धूल चटायी है और अपनी जीत के रिकार्ड को बेहतर किया है।
मौजूदा वक्त में कोहली बिग्रेड काफी संतुलित दिखायी दे रही है। भारत की लम्बी बैटिंग लाइन-अप विश्वभर में अग्रणी है। कप्तान विराट कोहली के साथ-साथ भारत के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर ध्वन लगातार बेहतरीन प्रर्दशन कर रहे हैं। मध्यक्रम में युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी और रविन्द्र जडेजा जैसे सरीखे अनुभवी हैं। वहीं गेंदबाजी में भी भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह से काफी उम्मीदें हैं। वहीं पाकिस्तान में सरफराज अहमद पर टीम की जिम्मेदारी हैं। टीम में मौहम्मद हफीज और शुऐब मलिक ही सबसे अनुभवी नजर आ रहे हैं। अहमद शहजाद और अजहर अली फाॅम में नहीं है लेकिन बाबर आजम ने पिछले कुछ समय में कमाल करके दिखाया है। पाक की गेंदबाजी में मौहम्मद आमिर और वहाब रियाज़ जैसे बड़े नाम हैं लेकिन इमाद वसीम और शादाब खान ने पिछले कुछ मैचों में अच्छा प्रर्दशन किया है।