उत्तराखण्ड में कांग्रेस ने एक लम्बी मशक्कत के बाद अपने 63 प्रत्याशियों की सूची जारी की है लेकिन ये सूची कांग्रेस के लिए स्वयं मुसिबत साबित होने लगी है। क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी और भाजपा के बागियों पर दांव खेलना कई लोगों को रास नहीं आ रहा है। लिस्ट जारी होते ही सबसे पहला विरोध कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के खिलाफ देखने को मिला, जब सहसुपर और कैंट के कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय में घुसकर किशोर उपाध्याय मुर्दाबाद के नारे लगाये और हरीश रावत व किशोर उपाध्याय के पोस्टर भी फाड़ डाले। दरअसल सहसुपर से आयेन्द्र शर्मा, गुलज़ार, शंकर चन्द रमोला सहित कई कांग्रसी टिकट की लाइन में थे और सबकी यही मांग थी कि किसी क्षेत्रीय नेता पर ही भरोसा किया जाये लेकिन पार्टी ने डेमेज कंट्रोल को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर भरोसा जताया।
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