इस वनकर्मी के लिए किशोर उपाध्याय ने मांगा शहीद का दर्जा

देहरादून: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नेतृत्व में कांग्रेसजनों के प्रतिनिधिमण्डल ने रामनगर में खनन माफिया द्वारा वन विभाग के दरोगा को ट्रैक्टर ट्राली से कुचल कर की गई निर्मम हत्या के घटना स्थल का दौरा किया। कांग्रेसियों ने मृतक कर्मचारी के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखकर खनन माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई करने के साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवज़े की मांग की।
ये जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह को लिखे पत्र में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उपाध्याय ने कहा कि अवैध खनन में लिप्त अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है, ये इस घटना से साक्षात प्रतीत होता है कि 24 मार्च 2017 को रामनगर वन प्रभाग में कार्यरत कर्मी पहलवान सिंह की अवैध खनन में लिप्त अपराधियों द्वारा ट्रैक्टर के नीचे दबाकर हत्या कर दी गई।
किशोर उपाध्याय ने कहा कि पहलवान सिंह के परिवार में उनकी विधवा पत्नी बंसो बाई के अलावा 6 पुत्रियां एवं एक नाबालिग पुत्र मेजर सिंह है, जो कि अभी कक्षा 8वीं में अध्ययनरत है। परिवार में स्व0 पहलवान सिंह ही कमाने वाले थे जिससे परिवार का भरण-पोषण होता था। वहां पर स्थानीय निवासियों से भी बातचीत हुई और सबका मानना है कि अवैध खनन में लिप्त कारोबारियों को उच्च स्तरीय राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है जो कि पूरे प्रदेश के लिए अत्यंत चिन्ता का विशय है। इस घटना का दुःखद पहलू यह है कि अवैध खनन के सरगनाओं को संरक्षण देने वाले उनके राजनैतिक आका प्रदेशभर में यह संदेश देना चाहते हैं कि अगर कोई उनकी गतिविधियों को रोकने का काम करेगा तो उसका भी वही हश्र होगा जो स्व0 पहलवान सिंह का हुआ है।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय ने कहा है कि प्रदेशभर की जनभावना है कि सरकार का चरित्र हाथी के दांत जैसा नहीं होना चाहिए और भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई में भी दोहरा मापदण्ड नहीं अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन भावना के अनुसार कार्रवाई इस प्रकरण में सुनिश्चित की जाय। सरकार द्वारा मृतक के परिजनों को एक लाख रूपये मुआबजे स्वरूप दिये गये हैं जो कि बहुत कम हैं, अतः 10 लाख रूपये मुआवजे के रूप में दिये जाये। चूंकि स्व0 पहलवान सिंह अपने सरकारी दायित्व का पालन करते हुए दिवंगत हुए हैं अतः उन्हें शहीद का दर्जा प्रदान किया जाये।
उपाध्याय ने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश में अवैध खनन पर रोक लगाना सरकार का पहला कर्तव्य होना चाहिए तथा अवैध खनन में सम्मिलित तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ अवैध खनन माफिया को संरक्षण देने वाले राजनैतिक व्यक्ति चाहे वे कितने ही उच्च पदों पर क्यों न हो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय। किशोर उपाध्याय ने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि वहां पर लोगों के मन में यह संदेह है कि आपके मंत्रिमण्डलीय सहयोगियों का अवैध खनन के संदिग्ध अपराधियांे को संरक्षण प्राप्त है।