भिंड: सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने देश भर की राजनीतिक पार्टियों के बीच फिर EVM के मुद्दें को हवा दे दी है। दरअसल प्रशासनिक अधिकारियों के सामने वीडियों में दिखाया जा रहा है कि मध्य प्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह EVM का बटन दबा रही हैं और जो स्ल्पि बाहर आयी उसमें कमल के फूल का निशान सामने आया। EVM की पुष्टि करने के लिए जब सलीना सिंह ने कोई और सा बटन दबाया तो भी वोट भाजपा के ही खाते में गया। EVM मशीन की जांच के लिए उन्होंने फिर कोई ओर सा बटन दबाया लेकिन हर बार की तरह कमल के फूल को ही वोट पड़ता रहा। उस समय जो पत्रकार इस घटना को देख रहे थे उसमें मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने धमकाते हुए ये भी कहा कि यदि इस खबर को प्रकाशित किया गया तो थाने बैठा दिये जाओगे। EVM की खबर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भाजपा को आड़े हाथो लिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ ही आप नेता अरविंद केजरीवाल भी शनिवार को मध्य प्रदेश (एमपी) के भिंड में ईवीएम में कथित खराबी के खुलासे की शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंचे। उन्होंने आयोग से कहा है कि मशीन के ट्रायल के दौरान जिस तरह मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अलग-अलग बटन दबाए और वीवीपीएटी मशीन से भाजपा के चुनाव निशान की पर्ची निकली वह शिकायत के लिए पर्याप्त सुबूत है। कांग्रेस नेताओं ने आयोग को मीडिया की मौजूदगी में बने वीडियो की पैन ड्राइव भी सौंपी है। कांग्रेस का कहना है कि सभी दल ईवीएम पर शंका जताते आए हैं। लिहाजा अब मतपत्रों से मतदान हों। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, मोहन प्रकाश, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि नेता ईवीएम में गड़बड़ी और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की शिकायत लेकर शनिवार को चुनाव आयोग पहुंचे। कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों आयुक्तों को एक ज्ञापन सौंपा है। महासचिव मोहन प्रकाश ने कहा कि मध्य प्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम की ट्रायल के दौरान स्वयं बटन दबाया है और सच्चाई सामने आई है। ऐसे में पूरे देश में ईवीएम को लेकर उठ रही शंका को बल मिला है। उनका कहना है कि आयोग को निष्पक्ष चुनाव के लिए तत्काल ईवीएम पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और वहां होने वाले उपचुनाव कुछ दिन टालकर बैलेट पेपर से कराए जाने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस मशीन में गड़बड़ी सामने आई है वह यूपी से लाई गई है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे शुरू से ही ईवीएम पर भरोसा नहीं था। दुनिया के अधिकतर देशों में मतपत्रों से ही चुनाव होते हैं। विकसित देशों में भी मतपत्र से मतदान होते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ईवीएम में लगने वाली चिप में हेरफेर की जा सकती है। उन्होंने कहा लालकृष्ण आडवाणी, मायावती और अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम को लेकर जो सवाल उठाए हैं मैं उसने सहमत हूं। फिलहाल गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए वहीं से मतपत्रों से मतदान की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। सिंधिया ने बताया कि आयोग ने आश्वस्त किया है कि उनकी शिकायत पर गंभीरता से विचार होगा।
Latest News
कांग्रेस-पत्रकार प्रकरण : करन माहरा ने पुलिस प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार,...
देहरादून : उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने पुलिस लाईन देहरादून में घटी घटना के लिए पुलिस प्रशासन को पूरी तरह दोषी ठहराते...