नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव के परिणाम को भले ही मोदी लहर और आम आदमी पार्टी सरकार की कार्य विफलता से जोड़कर देखा जा रहा हो लेकिन कांग्रेस भी अपने बुरे दिनों से बाहर नहीं आ पा रही है। परिणामों में तीसरे पायदान पर खड़ी कांग्रेस को अपने ही दिग्गजों की नाराजगी और विरोध का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां एमसीडी चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने अपने पद से इस्तिफा दे दिया है और आगामी एक साल तक एक कार्यकर्ता के तौर पर कार्य करने का वचन लिया है तो वहीं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सीधे तौर अजय माकन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस में एग्रेशन की कमी हो गयी है जो हार की सबसे बड़ी वजह बनी है। शीला दीक्षित यहीं नही रूकी। उन्हांेने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के लिए उन्हें आमंत्रित ही नहीं किया गया था, ऐसे में बिना कहे वो कैसे चुनाव प्रचार करती।
उनका ये गंभीर विरोध कांग्रेसियों को चुभ ही रहा था कि उनके पुत्र और कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने अजय माकन पर सीधा प्रहार करते हुए यहां तक कह दिया कि दिल्ली पर तंगदिल, बुजदिल और कम दिमाग का नेतृत्व थोपा गया था।
इन आलोचनाओं का जवाब देते हुए अजय माकन ने रूआंसा होकर कहा कि मैं शीला दीक्षित के पुत्र की तरह था और जहां तक एग्रेशन की बात है तो शीला दीक्षित को जवाब देने में एग्रेशन नहीं दिखा सकता हूं। हालांकि अपने ट्वीट में उन्होंने वोटिंग प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का ज़िक्र किया है। उन्होंने कहा है कि पिछले 2 सालों में हम 12 से 38 प्रतिशत पर पहुंच गये हैं और आप ने अपना वोट बैंक गंवाया है।
INC workers have done well to jump from 12% to 38% in just 2 years! AAP loses deposit
Keep the spirit alive-we'll be the dark horse in MCD!
— Ajay Maken (@ajaymaken) April 13, 2017