प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उपचार महंगा होने जा रहा है। अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में यूजर चार्ज समेत सभी तरह के शुल्कों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव के अनुसार अलग.अलग अस्पतालों में शुल्क अलग.अलग होगा। रजिस्ट्रेशन चार्जएलैब टेस्ट से लेकर भर्ती शुल्क तक में बढ़ोतरी की जा रही है। जिसके लिए जल्द ही प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट को भेजा जाएगा। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में यूजर चार्ज में प्रत्येक वर्ष दस फीसदी की बढ़ोतरी होती है। रजिस्ट्रेशन से लेकर सभी तरह के शुल्क बढ़ाए जाते हैं। लेकिन सरकार इस वर्ष इसमें बड़े स्तर पर बदलाव करने जा रही है। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में अस्पतालों के यूजर चार्ज में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार हुआ है। इसके अनुसार रजिस्ट्रेशन के लिए पीएचसी में 20, सीएचसी में 30 और जिला अस्पताल में 100 रुपये खर्च करने होंगे। इसके अलावा भर्ती शुल्क, जांचों का शुल्क भी दोबारा निर्धारित किया जाएगा। इसको लेकर राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्साधीक्षक डा. केके टम्टा को जिम्मेदारी दी गई है। यू हेल्थ और एमएसबीवाई कार्ड धारकों को अस्पतालों में मुफ्त उपचार मिलेगा। उनका रजिस्ट्रेशन भी अलग से होगाए जिसका कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। नए प्रस्ताव के अनुसार सरकारी अस्पतालों में ओपीडी मरीजों की जांचें भी मुफ्त की जाएगी। इसके अलावा यू हेल्थ और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के मरीजों की जांच भी मुफ्त होगी। भर्ती मरीजों से नए प्रावधानों के अनुसार शुल्क वसूलने का प्रावधान है।
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