लखनऊ: गैंगरेप के आरोप में जेल में बंद गायत्री प्रजापति का परिवार सोमवार को सीएम आदित्यनाथ से मिलने मुख्यमंत्री आवास पहुंचा। परिजनों में गायत्री की पत्नी और उनकी दो बेटियां थीं। हालांकि सीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। गायत्री की बेटी ने कहाए हमारे पिता को फर्जी केस में फंसाया गया है वहीं उनकी पत्नी ने कहा कि सीएम नहीं मिले लेकिन मंत्रियों से बात हुई है। उन्होंने अच्छे से बात कीए जब तक न्याय नहीं मिलेगा आते रहेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री रोज जनता दरबार लगाकर फरियादियों से मिलते और उनकी गुहार सुनते हैं। पति की रिहाई की गुहार लगाने सपा सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी भी जनता दरबार गई थीं। बता दें कि गायत्री प्रजापति बीते दिनों पॉक्सो कोर्ट से जमानत दे दी गई थी। निचली अदालत से जमानत मिलने के बाद भी दो अन्य मामलों की वजह से गायत्री को जेल में ही रखा गया थाए लेकिन दो अन्य आरोपियों विकास और पिंटू को छोड़ दिया गया था। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिलीप बाबासाहेब भोसले ने इन दोनों को गिरफ्तार करने के भी आदेश दिए थे। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 25 अप्रैल को सत्र न्यायालय से गायत्री को मिली जमानत के आदेश के खिलाफ राज्य सरकार की अर्जी मंजूर करते हुए बीते शुक्रवार को उसकी जमानत पर रोक लगा दी थी। इसके बाद गायत्री को जमानत देने वाले जज को भी सस्पेंड कर दिया गया था। गायत्री के मामले पर सुप्रीम कोर्ट की नजर है वहीं चारों ओर से शिकंजा कसता देख आज उनका परिवार सीएम से फरियाद लगाने पहुंचा था। 50 वर्षीय महिला ने कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति व छह अन्य पर सामूहिक दुराचार के आरोप लगाए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 17 फरवरी को इन सभी पर एफआईआर दर्ज हुई थी। महिला का कहना था कि 2014 से 2016 के बीच उससे दुराचार किया गया। आरोपियों ने उसकी बेटी के साथ भी दुराचार की कोशिश की। 17 दिन अंडरग्राउंड रहने के बाद गायत्री को 15 मार्च को गिरफ्तार किया गया था।
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