देहरादून: पशुपालन विभाग का विस्तृत अध्ययन और विकास करने की दृष्टि से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में उत्तराखंड लाइवस्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड औरं इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट के मध्य एक विशेष अनुबंध किया गया है। इस अनुबंध के अनुसार राज्य सरकार पशुपालन क्षेत्र में विशेष सुविधायें मुहैया कराने की योजना बना रही है।
सचिवालय में इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्देश दिए कि राज्य के 2 जिलों में (एक गढ़वाल एवं एक कुमांऊ) पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पशुओं के लिए फोडर स्टोरेज विकसित किए जाएं। मुख्यमंत्री रावत ने ये भी निर्देश दिए कि फील्ड सर्वे प्रशिक्षित लोगों से करवाया जाए, साथ ही ऐसे सुपरवाइजर नियुक्त किए जाएं, जिन्हें कम से कम 10 वर्ष का अनुभव हो। उन्होंने कहा कि सेक्स सीमेन का उत्पादन राज्य में ही किया जाए। इसके लिए योजना तैयार की जाए। राज्य में गौ-विज्ञान एवं गौ-मूत्र केंद्र विकसित किये जाएं। स्थानीय नस्लों के सीमेन बैंक बनाए जाएं। उन्होंने शुद्ध भारतीय नस्लों हेतू बैंक बनाए जाने पर बल दिया। मुख्यमंत्री रावत ने स्थानीय बद्री गाय पर विशेष अध्ययन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय गायों से हमें किस प्रकार अधिक मुनाफा मिल सकता है इसका अध्ययन कराया जाए। मुख्यमंत्री रावत ने कॉन्पैक्ट फीड ब्लॉक बैंक बनाए जाने पर बल दिया। इसके लिए उन्होंने राज्य की आवश्यकता का आंकलन करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही मुख्यमंत्री रावत ने उन्नत नस्ल के पशुओं का प्रयोग किए जाने को प्रोत्साहित करने के लिए एवं दुग्ध संघों को प्रोत्साहित किया जाने पर बल देते हुए कहा कि राज्य में चीज (Cheese) के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष अनुबंध में उत्तराखंड लाइव स्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड की ओर से सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम व इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल मैनेजमेंट, आणंद के निदेशक डॉ. राकेश सक्सेना ने हस्ताक्षर किये।